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एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला
Published by: ललित फुलारा
Updated Tue, 18 May 2021 12:37 PM IST
शिक्षा मंत्री निशंक
– फोटो : social media
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ वर्चुअल बैठक में हिस्सा लेंगे। जिसमें विश्वविद्यालयों के नए शैक्षणिक सत्र और कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई स्थितियों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में नई शिक्षा नीति को लागू करने पर भी चर्चा की जाएगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं व नए सत्र को लेकर विचार-विमर्श कर फैसला लिया जा सकता है। अभी तक कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण यूजीसी भी विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को लेकर कोई निर्णय नहीं ले पाया है। ऐसे में इस बैठक में अहम निर्णय लिया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें-यूपी बोर्ड परीक्षा 2021: क्या रद्द हो सकती है दसवीं की परीक्षा? यहां जानिए
इससे पहले सोमवार को शिक्षा मंत्री निशंक ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के शिक्षा सचिवों के साथ बैठक की थी। जिसमें कोरोना काल में शिक्षा व्यवस्था के प्रबंधन और स्कूलों में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन कक्षाओं से जुड़ी रणनीतियों के बारे में चर्चा की गई थी। इस बैठक में बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के मुद्दे पर भी चर्चा हुई और राज्यों से सुझाव मांगे गए। बता दें कि सीबीएसई पहले ही यह कह चुकी है कि बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पर निर्णय जून में समीक्षा के बाद लिया जाएगा। जबकि बोर्ड दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर चुका है और 20 जून को दसवीं का रिजल्ट जारी करने जा रहा है। दसवीं के छात्रों को इस साल सीबीएसई आंतरिक मूल्यांकन के जरिए पास करेगी जिसके लिए नई मार्किंग स्कीम बोर्ड पहले ही जारी कर चुका है।
विस्तार
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ वर्चुअल बैठक में हिस्सा लेंगे। जिसमें विश्वविद्यालयों के नए शैक्षणिक सत्र और कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई स्थितियों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में नई शिक्षा नीति को लागू करने पर भी चर्चा की जाएगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं व नए सत्र को लेकर विचार-विमर्श कर फैसला लिया जा सकता है। अभी तक कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण यूजीसी भी विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को लेकर कोई निर्णय नहीं ले पाया है। ऐसे में इस बैठक में अहम निर्णय लिया जा सकता है।
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इससे पहले सोमवार को शिक्षा मंत्री निशंक ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के शिक्षा सचिवों के साथ बैठक की थी। जिसमें कोरोना काल में शिक्षा व्यवस्था के प्रबंधन और स्कूलों में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन कक्षाओं से जुड़ी रणनीतियों के बारे में चर्चा की गई थी। इस बैठक में बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के मुद्दे पर भी चर्चा हुई और राज्यों से सुझाव मांगे गए। बता दें कि सीबीएसई पहले ही यह कह चुकी है कि बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पर निर्णय जून में समीक्षा के बाद लिया जाएगा। जबकि बोर्ड दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर चुका है और 20 जून को दसवीं का रिजल्ट जारी करने जा रहा है। दसवीं के छात्रों को इस साल सीबीएसई आंतरिक मूल्यांकन के जरिए पास करेगी जिसके लिए नई मार्किंग स्कीम बोर्ड पहले ही जारी कर चुका है।
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