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फिरोजाबाद
कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने की तैयारी कर रही सुहागनगरी में इंतजाम नाकाफी हैं। हकीकत यह है कि जिलेभर के सात लाख बच्चों पर मात्र चार सरकारी डॉक्टर हैं। ऐसी विषम स्थिति में विभाग अब अन्य चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ को बाल रोग विशेषज्ञ का कोर्स करा रहा है, जिससे समय आने पर उनसे काम लिया जा सके।
15 साल तक के हैं 7 लाख बच्चे
कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों के प्रभावित होने की आशंका है। ऐसे में बच्चों को इस बीमारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग विभिन्न जिलों में वार्ड तैयार करा रहा है। फिरोजाबाद के एसएन मेडिकल कॉलेज में भी पीकू वार्ड तैयार कराया गया है, लेकिन चिकित्सकों के बिना वार्ड भी किसी काम के नहीं हैं। जिलेभर में 0-15 वर्ष तक की उम्र के करीब 7 लाख बच्चे हैं। इनकी देखरेख के लिए जिले में मात्र चार चिकित्सक ही हैं। इस हिसाब से एक लाख 75 हजार बच्चों पर मात्र एक चिकित्सक की तैनाती है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग कैसे कोरोना की तीसरी लहर से लड़ पाएगा?
कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने की तैयारी कर रही सुहागनगरी में इंतजाम नाकाफी हैं। हकीकत यह है कि जिलेभर के सात लाख बच्चों पर मात्र चार सरकारी डॉक्टर हैं। ऐसी विषम स्थिति में विभाग अब अन्य चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ को बाल रोग विशेषज्ञ का कोर्स करा रहा है, जिससे समय आने पर उनसे काम लिया जा सके।
15 साल तक के हैं 7 लाख बच्चे
कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों के प्रभावित होने की आशंका है। ऐसे में बच्चों को इस बीमारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग विभिन्न जिलों में वार्ड तैयार करा रहा है। फिरोजाबाद के एसएन मेडिकल कॉलेज में भी पीकू वार्ड तैयार कराया गया है, लेकिन चिकित्सकों के बिना वार्ड भी किसी काम के नहीं हैं। जिलेभर में 0-15 वर्ष तक की उम्र के करीब 7 लाख बच्चे हैं। इनकी देखरेख के लिए जिले में मात्र चार चिकित्सक ही हैं। इस हिसाब से एक लाख 75 हजार बच्चों पर मात्र एक चिकित्सक की तैनाती है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग कैसे कोरोना की तीसरी लहर से लड़ पाएगा?
Firozabad News: कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी जोरों पर, ‘पीकू वार्ड’ की तैयारी पूरी
यह है तैयारी
स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर से लड़ने के लिए अन्य विभाग के चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को ट्रेंड कर रहा है। सीएमओ डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ का कहना है कि अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञों की कमी है। सीएमओ कार्यालय में मात्र एक बाल रोग विशेषज्ञ है, जबकि मेडिकल कॉलेज में तीन डॉक्टर हैं। तीसरी लहर से लड़ने के लिए अन्य चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ को तैयार किया जा रहा है, जिससे समय आने पर उनकी मदद ली जा सके। जिलेभर में तीसरी लहर को लेकर मेडिकल कॉलेज में 150, शिकोहाबाद में 40, निजी अस्पतालों में 26, सीएचसी सिरसागंज और जसराना में 10-10 बेड तैयार किए गए हैं।
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