निर्भया और हाथरस जैसी अमानवीय घृत घटना कब तक,आखिर सरकार और प्रशासन का ज़िम्मेदारी क्या है ?
निर्भया और हथारस जैसी अमानवीय घृत घटना कब तक,आखिर सरकार और प्रशासन का ज़िम्मेदारी क्या है ?
Hathras Rape Case – आज हम उस दौर मे है जहा इन्फॉर्मेशन कोई किसी के पास पहुचाने के लिए कुछ ही सेकंड लगते है हम लोग इतने तेज हो गए । लेकिन जब बात आती रोजगार ,महिला सुरक्षा ,Corruption ,Education ,इत्यादि पर सरकार अपनी जुबान नही खोलती है
इसके साथ ही प्रशासन अपनी काम करने मे नाकाम है । आखिर इन लोगो को सरकार या प्रशासन के रूप मे रहने का क्या मतलब है ? क्या आम जनता के टेक्स के पैसे से ऐस करना चाहते है ?
जब घटनाए हो जाती है तब सरकार और प्रशासन जागता है लेकिन वो भी कब तक जब तक की मामला दब ना जाए । जब निर्भया की घटना हुई उसका न्याय मे 8 साल का समय लगा ।
आखिर क्यो ऐसी घृत अपराध के लिए इतना न्याय मे इतना लंबा समय क्यो ? लेकिन आखिरकार सीमा समृद्धि कुशवाहा (Adv) जी ने निर्भया के दोषियो को फासी पर लटका कर ही रही ।
लेकिन इस प्रकार के घटना के लिए इतना लंबा समय नही होना चाहिए ।कही न कही कानून मे कुछ खामिया है जिसके चलते इतना समय लग गया न्याय मिलने मे ।
इसके साथ ही बहुत सी अन्य घटना हो रही है लेकिन सरकार और प्रशासन सो रही है । आखिर ये करते क्या है इस प्रकार के घटना पर नियंत्रण नही हो पा रहा है ।
बेहद दुख की बात है शर्मनाक भी की आज के समय मे पुलिस प्रशासन और सरकार कुछ नही कर पा रही आखिर इस प्रकार के घटना का क्रम कब खत्म होगा ।
इसके साथ ही बेहद दुख की बात है फिर से एक बार सबको झकझोर कर रख दिया है फिर एक और निर्भया जैस घटना उत्तर प्रदेश के हथारस मे हो गई । जो एक सरकार और पूरे प्रशासन पर एक बड़ा सवाल आखिर कब तक बेटियाँ सुरशित होगी ।
इस घटना मे पीड़िता के साथ गैंगरेप किया जाता है, पीड़िता के जबान को काट दिया जाता है ,गले की हड्डी टोडी जाती है इसके बाद भी प्रशासन की इस बात से इंकार कर रहा और FIR तक नही लिखी जाती है ।
आखिर इनको FIR लिखने मे क्या जाती तुम लोगो का काम ही यही फिर क्यो नही लिखी जाती है । आम समस्या के लिए भी नही लिखी जाती है ।
काफी दबाव के बाद 8 से 10 दिन बाद FIR लिखी जाती है(14/09/2020) । जब पीड़िता को इलाज भी ठीक से नही मिल पता है और पीड़िता अपनी जीवन से जंग हार जाती है (29/09/2020)। ऐसी ही मेरे देश का सिस्टम ।
आखिर किसे तुम लोग बचाना चाहते हो और आखिर क्यो जब किसी ने गलत किया उसको उसके गलती की सजा मिलनी ही चाहिए । लेकिन तुम लोग अपनी जमीर बेच चुके हो ।
ऐसे प्रशासन का क्या मतलब जो जिस काम के लिए उसी काम से पीछा छुड़ा रहा। अरे मूर्ख जब तुम्हारी ऐसी काम करने फ’ट जाती है तो नौकरी जॉइन ही क्यो किया ?
जब तुम जैसे को काम ही है आम जनता का सुरक्षा देने तो फिर करते क्या हो इसके अलावा । इसके साथ तुम लोग इसने भ्रस्ट हो चुके हो की थाना अध्यक्ष के होने बावजूद पासपोर्ट Verification के लिए घुस मागते हो शर्म नही आती है । आखिर जो सैलरी मिलती है उसका क्या करते हो ?
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तुम लोग तो ऐसे मरोगे की जिसका कोई हिसाब नही होगा । जिस पर से तुम लोग जनता के सुरक्षा के साथ खेल रहे है इधर उधर कर रहे है जिस आरोपी को बचाने की कोशिश होती है । ये तुम जैसे का काम नही लेकिन तुम लोग उन लोगो से भी नीचे हो ।
हथारस के घटना मे पुलिस प्रशासन ने बिना किसी परिवार के उपस्थिति मे शव को रात को ही जला दिया जाता है जब कि परिवार को शव को सौपा भी नही जाता है ।
आखिर इतना जल्दी क्यो पड़ी थी शव को जलाने की । सुबह भी अंतिम संस्कार किया जा सकता था लेकिन पुलिस ने किसी की न सुनी और जबरजस्ती अंतिम संस्कार किया जाता है वो भी बिना किसी किया कलाप के । आखिर क्यो तुम लोग इतना जल्दी मे क्यो थे ?
जब मेडिया ने पुलिस अधिकारी से सवाल पूछ रही थी आखिर वाहा क्या जल रहा तो साहब बताने से इंकार कर दिया की मै इसके लिए अधिकृत नही हु । मुझे लाव अँड ऑर्डर के लिए आया हु । लेकिन साहब आप तो ये जानते ही होगे वहा क्या हुआ है की हमे इसकी जीमेदारी मिल रही है ।
किसी पुलिसकर्मी ने ये नही बोला की वहा पीड़िता के शव को जलाया जाता है । तुम लोग तो उसमे के हो की कभी कभी शव को जलाने से रोकते हो लेकिन इसमे ऐसी क्या जल्दी थी की खुद ही अंतिम संस्कार कर दिया वो भी बिना परिवार के अनुमति के ।
पुलिस प्रशासन का भी सफाई आया है की इन चरो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है । माननीय सीएम जी ने एसआईटी गठित कर दिया है अगले 7 दिन मे रिपोर्ट सौपनी है ।इसके साथ इस Case को Fast Track Court मे केस को चलाने का आदेश दिया गया है । इसके साथ ही 25 लाख रुपए ,मकान और एक सरकारी नौकरी की मदत ।
हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे।
प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा।
त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 30, 2020
इसके साथ ही पीएम मोदी ने यूपी सीएम से बात कर दोषियो पर कठोर से कठोर कार्यवाही करने की बात कही । लेकिन ऐसा क्यो जब घटनाए घटित हो जाती है तभी सरकार जागती है ।
इसके पहले ऐसा क्यो नही होता की ऐसी घटना अब आगे कभी नही होगा । सरकार और प्रशासन इसकी जीमेदारी आखिर क्यो नही ले रहे है । ऐसी घटनावों से क्यो नही जाग रहे की ऐसी घटना नही होनी चाहिए ।
मोदी जी आप लोग ने ही कहा है बेटी बचाओ ,बेटी बढ़ाओ आम लोग तो कर ही रहे है लेकिन इनकी सुरक्षा क्यो नही मिल रही ? क्या ही प्राकृत का नियम है ? अगर नही तो ऐसा क्यो हो रहा आखिर सरकार और प्रशासन क्यो सो रहे है इनकी काम क्या है की इस जीमेदारी से पीछे भाग रहे है ।
क्या आम जनता के टेक्स के पैसो से ऐस करना है ? अरे तुम लोग तो घुस के लिए भी लालायित हो मुह खोल के बैठे हो । थाना अध्यक्ष के होने बावजूद घुसा मगा जाता है पासपोर्ट Verification के नाम पर । आखिर तुम लोग सैलरी का क्या करते हो की उससे पेट नही भरता है ?
तुम लोग ऐसे मरोगे जैसे कोई जानवर भी नही मारता होगा । आखिर किसे बचाने के लिए FIR नही करते हो ? या काम करने का मन नही होता है ?
सरकार सुनो और प्रशासन को जगाओ और महिलाओ के साथ सबकी सुरक्षा का ख्याल करो । आखिर सरकार का और प्रशासन का मुख्य काम है क्या ?