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हाइलाइट्स:
- प्रख्यात इतिहासकार डॉ इरफान हबीब और उनकी पत्नी कोरोना संक्रमित हो गए हैं।
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में प्रोफेसर है डॉ हबीब
- दोनों पति-पत्नी का उनके घर पर ही इलाज जारी है।
- प्रोफेसर हबीब लगवा चुके हैं पहला डोज
यूपी के अलीगढ़ में देश के जाने माने इतिहासकार व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के प्रोफेसर डॉ इरफान हबीब और उनकी पत्नी कोरोना संक्रमित हो गए है। जिसके बाद दोनों पति-पत्नी का उनके घर पर ही इलाज जारी है। अभी उनकी तबीयत स्थिर है। प्रो. इरफान हबीब ने कोरोना वैक्सीन की पहला डोज लगवा लिया था। प्रोफेसर हबीब का कहना है कि वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के चलते ही उनकी तबीयत ठीक हैं। और उनको बुखार भी नहीं आया।
एक मई को हुआ था कोविड टेस्ट
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के एमरेटसर इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब अपने परिवार के साथ थाना सिविल लाइन इलाके के शमशाद मार्केट के पास बदर बाग कॉलोनी में रहते हैं। जहां एक मई को उनके परिवार की कोरोना की जांच की गई थी। कोरोना टेस्ट की जांच रिपोर्ट में प्रोफेसर डॉ इरफान हबीब और उनकी पत्नी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों पति-पत्नी को उनके घर पर ही आइसोलेट कर दिया था.
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प्रोफेसर हबीब ने कहा, वैक्सीन लगने से हुआ फायदा
इतिहासकार प्रोफेसर डॉ इरफान हबीब ने कहा कि उनकी तबीयत ठीक है। कोरोना संक्रमित होने से पहले उन्होंने कोरोना की वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली गई थी। अभी दूसरी डोज लगनी बाकी है। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली वैक्सीन लगवाने का फायदा उनको यह हुआ है कि उन्हें बुखार नहीं आया है और उनकी तबीयत ठीक है। जबकि पत्नी को ही बुखार आया था। तो वही उनके बेटे की भी कोरोना जांच हुई थी। लेकिन उनकी कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव है।
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