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हाइलाइट्स:
- गाजियाबाद के लोनी में कारोबारी समेत तीन लोगों की हत्या का आरोप भतीजे पर लगा
- आरोपी अयूब घटना वाली रात कारोबारी रिजायुद्दीन के साथ ही उनके घर में सो रहा था
- बिजनस के लिए पैसे न देने पर पहले बुजुर्ग ताऊ को मारी गोली, फिर दोनों बेटों की हत्या की
गाजियाबाद के लोनी के टोली मोहल्ले में कारोबारी समेत तीन लोगों की हत्या का आरोप उनके भतीजे पर ही लगा है। घटना रविवार देर रात की है। पुलिस के अनुसार, आरोपी अयूब घटना वाली रात कारोबारी रिजायुद्दीन के साथ ही उनके घर में सो रहा था। रात ढाई बजे उसने पहले कारोबारी से कबाड़ के बिजनस के लिए 10 लाख रुपये मांगे, इनकार करने पर गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर उनके 2 बेटे आए तो उन्हें भी मार दिया।
डीआईजी अमित पाठक ने बताया कि आरोपी अयूब को गिरफ्तार कर उसके पास से हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल बरामद कर ली गई है। आरोपी ने अपनी ताई फातिमा को भी गोली मारी थी जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के वक्त कारोबारी के बेटे अजहरूद्दीन की पत्नी अफसाना को भी निशाना बनाया गया लेकिन पिस्टल फंसने के कारण वह बच गई।
डकैती के दौरान हत्या की शिकायत दी गई थी
मामले में परिवार की तरफ से डकैती के दौरान हत्या की शिकायत दी गई थी। हालांकि रात में पुलिस को अयूब के बारे में जानकारी मिल गई थी। इसके बाद जांच कर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी अयूब कारोबारी रियाजुद्दीन के घर के पास ही रहता है। वह कुछ समय से कबाड़ का कारोबार करने की प्लानिंग कर रहा था।
रुपये न मिलने पर बदला लेने का प्लान बनाया था
इसके लिए उसे रुपये की जरूरत थी, ऐसे में ताऊ का अच्छा कारोबार देख वह उनसे 10 लाख रुपये की मांग कई दिनों से कर रहा था। कई बार रुपये मांगने पर मना करने से आरोपी अयूब नाराज चल रहा था। इसके बाद उसने रुपये नहीं मिलने पर बदला लेने की प्लानिंग की। इसी प्लानिंग के तहत रविवार की रात को वह रियाजुद्दीन के घर पर गया था।
घर पर आने से पहले ही लोड कर ली थी पिस्टल
पुलिस के अनुसार, आरोपी पिस्टल के साथ रविवार की रात करीब पौने 10 बजे रियाजुद्दीन के घर पर गया। उसने पहले रियाजुद्दीन से 10 लाख रुपये मांगे तो उन्होंने नहीं होने की बात कर कुछ दिन बाद बात करने को कहा। इसके बाद वह रात को कारोबारी के पास ही सो गया। करीब 2:30 बजे वह टॉइलट जाने के लिए उठे तो उसने एक बार फिर उसी समय रुपये मांगे। इस बार मना करने पर उसने फायरिंग कर दी।
गोली की आवाज सुन इमरान और अजहरूद्दीन आए तो उसने दोनों को भी गोली मार दी। इनको गोली मारने के बाद वह ऊपर पूरे परिवार को मारने गया था। जहां उसने पहले ताई फातिमा को गोली मारी और फिर अफसाना को मारने का प्रयास किया, लेकिन पिस्टल के फंसने पर उसने एक और बार उसे चलाने का प्रयास किया लेकिन पिस्टल की स्प्रिंग निकल गई। इसके बाद वह छत के रास्ते से फरार हो गया।
हत्या के बाद अस्पताल पहुंचाने के लिए आया
जानकारी के अनुसार परिवार के चार लोगों को गोली मारने के बाद हल्ला होने पर आरोपी अयूब एक बार फिर उनके घर पहुंचा था। हालांकि इस बार अपने आप को बचाने के लिए घायलों को अस्पताल पहुंचाने गया था। पुलिस के पहुंचने से पहले वह अपनी मौजूदगी दिखाकर दिल्ली चला गया था। इस मामले में अफसाना की गवाही के बाद केस खुल गया।
यू-ट्यूब से सीख रहा था पिस्टल पर साइलेंसर लगाना
पूछताछ में अयूब ने बताया कि गोलियों की आवाज से शोर हुआ था और वह फौरन घटनास्थल से फरार हो गया था। उसकी प्लानिंग पिस्टल पर साइलेंसर लगाने की थी। इसके लिए वह यू-ट्यूब पर विडियो भी देख रहा था, लेकिन कामयाबी नहीं मिलने पर वह पिता की पिस्टल और उसके साथ रखे कारतूस लेकर आया था। गन उसने अपने ताऊ के घर आने से पहले ही लोड की हुई थी।
परिवार ने डकैती की लिखाई थी रिपोर्ट
इस मामले में रियाजुद्दीन के बेटे की तरफ से करीब 5-6 बदमाशों के 25 लाख रुपये कैश और 1 किलो सोना हत्या के बाद लेकर जाने की बात कही थी। इसी के बाद डकैती की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन अफसाना के बयान के बाद मामला बदल गया। जिसमें सिर्फ अयूब के वारदात करने की बात सामने आई थी। पुलिस के अनुसार लूटपाट के लिए वारदात नहीं हुई थी।
सांकेतिक तस्वीर
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