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जिन महिला पुलिसकर्मियों पर महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा है, जिले में वह खुद ही सुरक्षित नहीं हैं। ताजा मामला गंगापार के एक थाने का है, जहां महिला पुलिसकर्मी से थाने में ही तैनात एक सिपाही ने छेड़छाड़ की। घटना तब हुई जब पीड़िता रात में थाने की टीम संग दबिश को गई थी। इसी दौरान अकेले में पाकर आरोपी सिपाही ने उससे छेड़छाड़ की। शिकायत पर आरोपी सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही निलंबन के संबंध में कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
पीड़िता गैर जनपद की रहने वाली है तो पिछले कुछ समय से गंगापार स्थित थाने में तैनात है। उसका आरोप है कि पांच अप्रैल को वह रात्रिकालीन ड्यूटी पर तैनात थी जब उसके साथ यह घटना हुई। उस रात थाने की फोर्स आरोपियों की तलाश में दबिश देने थाना क्षेत्र के एक गांव में गई थी, जिसमें उसके साथ आरोपी सिपाही रितेश कुमार राय भी शामिल था। दबिश के दौरान एक महिला पकड़ी गई, जिसे थाने की जीप में बैठा लिया गया। दबिश देने गई टीम में शामिल एक दरोगा के कहने पर वह महिला की सुरक्षा में ही रुक गई जबकि बाकी पुलिसकर्मी अन्य आरोपियों की तलाश में लग गए। आरोप है कि इसी दौरान आरोपी सिपाही आया और उसके साथ छेड़खानी की।
विरोध पर बल प्रयोग किया जिससे वह चोटिल हुई। साथ ही उसका सोने का नग भी गिर गया। पीड़िता का आरोप है कि इसके बाद से आरोपी सिपाही उसे कॉल कर धमकी दे रहा है। दो दिन पहले पीड़िता की ओर से मामले में अपने ही थाने में तहरीर दी गई। जिसके बाद आरोपी सिपाही के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। उसके ही खिलाफ छेड़छाड़ के साथ ही धमकी देने के आरोप से संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। मामले में संबंधित थाने के प्रभारी से बात करने की कोशिश की गई लेकिन वह इसे छिपाने में लगे रहे। कुछ देर में बात करने की बात कहते हुए फोन डिसकनेक्ट कर दिया। उधर विभागीय मामला होने के चलते अफसर भी ज्यादा कुछ बताने से बचते रहे।
निलंबन की संस्तुति, एसएसपी को भेजी गई रिपोर्ट
मामले में आरोपी सिपाही के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। पुख्ता सूत्रों के मुताबिक, उसके निलंबन की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट एसएसपी को भेज दी गई है। उधर यह भी पता चला है कि आरोपी सिपाही लंबे समय से थाने की कारखासी कर रहा था। थाना क्षेत्र में होने वाली गतिविधियां उसके ही माध्यम से संचालित की जा रही थीं। जिसे लेकर उसकी शिकायतें भी पहुंचीं लेकिन प्रभारियों ने उसे अपने पास ही दबा लिया।
विस्तार
जिन महिला पुलिसकर्मियों पर महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा है, जिले में वह खुद ही सुरक्षित नहीं हैं। ताजा मामला गंगापार के एक थाने का है, जहां महिला पुलिसकर्मी से थाने में ही तैनात एक सिपाही ने छेड़छाड़ की। घटना तब हुई जब पीड़िता रात में थाने की टीम संग दबिश को गई थी। इसी दौरान अकेले में पाकर आरोपी सिपाही ने उससे छेड़छाड़ की। शिकायत पर आरोपी सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही निलंबन के संबंध में कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
Sexual harassment
पीड़िता गैर जनपद की रहने वाली है तो पिछले कुछ समय से गंगापार स्थित थाने में तैनात है। उसका आरोप है कि पांच अप्रैल को वह रात्रिकालीन ड्यूटी पर तैनात थी जब उसके साथ यह घटना हुई। उस रात थाने की फोर्स आरोपियों की तलाश में दबिश देने थाना क्षेत्र के एक गांव में गई थी, जिसमें उसके साथ आरोपी सिपाही रितेश कुमार राय भी शामिल था। दबिश के दौरान एक महिला पकड़ी गई, जिसे थाने की जीप में बैठा लिया गया। दबिश देने गई टीम में शामिल एक दरोगा के कहने पर वह महिला की सुरक्षा में ही रुक गई जबकि बाकी पुलिसकर्मी अन्य आरोपियों की तलाश में लग गए। आरोप है कि इसी दौरान आरोपी सिपाही आया और उसके साथ छेड़खानी की।
यौन उत्पीड़न
विरोध पर बल प्रयोग किया जिससे वह चोटिल हुई। साथ ही उसका सोने का नग भी गिर गया। पीड़िता का आरोप है कि इसके बाद से आरोपी सिपाही उसे कॉल कर धमकी दे रहा है। दो दिन पहले पीड़िता की ओर से मामले में अपने ही थाने में तहरीर दी गई। जिसके बाद आरोपी सिपाही के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। उसके ही खिलाफ छेड़छाड़ के साथ ही धमकी देने के आरोप से संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। मामले में संबंधित थाने के प्रभारी से बात करने की कोशिश की गई लेकिन वह इसे छिपाने में लगे रहे। कुछ देर में बात करने की बात कहते हुए फोन डिसकनेक्ट कर दिया। उधर विभागीय मामला होने के चलते अफसर भी ज्यादा कुछ बताने से बचते रहे।
निलंबन की संस्तुति, एसएसपी को भेजी गई रिपोर्ट
मामले में आरोपी सिपाही के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। पुख्ता सूत्रों के मुताबिक, उसके निलंबन की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट एसएसपी को भेज दी गई है। उधर यह भी पता चला है कि आरोपी सिपाही लंबे समय से थाने की कारखासी कर रहा था। थाना क्षेत्र में होने वाली गतिविधियां उसके ही माध्यम से संचालित की जा रही थीं। जिसे लेकर उसकी शिकायतें भी पहुंचीं लेकिन प्रभारियों ने उसे अपने पास ही दबा लिया।
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